UFC (Ultimate Fighting Championship) में मुकाबले के नियमों को Unified Rules of MMA के तहत तैयार किया गया है। ये नियम फाइट की निष्पक्षता और फाइटर्स की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बनाए गए हैं। अगर आप UFC के hardcore फैन हैं या खुद MMA में रुचि रखते हैं, तो यह गाइड आपको हर जरूरी जानकारी देगी।
UFC के बेसिक नियम और फाइटिंग स्टाइल
UFC में फाइटर्स विभिन्न मार्शल आर्ट्स और फाइटिंग स्टाइल के साथ मुकाबला करते हैं। यहां कुछ प्रमुख नियम दिए गए हैं:
- राउंड्स और समय: नॉन-टाइटल फाइट 3 राउंड और टाइटल फाइट 5 राउंड तक चलती है। हर राउंड 5 मिनट का होता है।
- फाइटिंग स्टाइल: UFC में बॉक्सिंग, किकबॉक्सिंग, ब्राज़ीलियन जिउ-जित्सु, मुवा थाई, कुश्ती आदि मिलाकर फाइटिंग की जाती है।
- फाइटर्स का वजन वर्ग: UFC में कुल 12 वेट क्लास होते हैं, जिनमें फ्लाइवेट (56.7 किग्रा) से लेकर हैवीवेट (120.2 किग्रा) तक के वर्ग शामिल हैं।
- रेफरी की भूमिका: फाइट के दौरान सुरक्षा और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए रेफरी लगातार फाइटर्स पर नजर रखते हैं।
UFC में फाइट जीतने के तरीके
UFC में जीतने के कई तरीके होते हैं, जो फाइट के दौरान अलग-अलग परिस्थितियों में लागू किए जाते हैं:
- नॉकआउट (KO): जब एक फाइटर इतनी जोर से हिट करता है कि प्रतिद्वंदी मुकाबला जारी रखने में असमर्थ हो जाता है।
- टेक्निकल नॉकआउट (TKO): अगर रेफरी या डॉक्टर को लगता है कि कोई फाइटर आगे नहीं लड़ सकता, तो फाइट रोक दी जाती है।
- सबमिशन: जब कोई फाइटर अपने प्रतिद्वंदी को टैप-आउट करने पर मजबूर कर देता है।
- जजों का निर्णय (Decision): अगर फाइट पूरी होती है और कोई फाइटर नॉकआउट या सबमिशन से नहीं हारता, तो जज अंकों के आधार पर फैसला लेते हैं।
UFC में प्रतिबंधित मूव्स और फाउल
UFC में फाइटर्स को कुछ मूव्स करने की अनुमति नहीं होती, जिससे गंभीर चोटें लग सकती हैं:
- ग्रॉइन (Groin) पर हमला: फाइटर जानबूझकर प्रतिद्वंदी के ग्रॉइन एरिया पर हमला नहीं कर सकता।
- पीठ के पीछे सिर पर हमला: यह एक खतरनाक मूव है और इसे करना प्रतिबंधित है।
- आंखों में उंगली डालना (Eye Gouging): यह गैर-कानूनी है और करने पर पेनल्टी मिलती है।
- फिश हुकिंग (Fish Hooking): फाइटर के मुंह, नाक, या कान में उंगली डालकर खींचना अवैध है।
- केज पकड़ना (Cage Holding): फाइटर अपने आप को बचाने के लिए केज को पकड़ नहीं सकता।
UFC में वेट कटिंग और वेट क्लासेस
UFC में मुकाबले के लिए सही वेट कैटेगरी में आना बहुत जरूरी होता है। वेट कटिंग के लिए फाइटर्स अक्सर पानी की मात्रा कम करते हैं और स्ट्रिक्ट डायट फॉलो करते हैं।
- वेट-इन सेरेमनी: फाइट से पहले, फाइटर्स का वजन किया जाता है, और उन्हें निर्धारित वेट कैटेगरी में फिट होना होता है।
- ओवरवेट होने पर पेनल्टी: अगर कोई फाइटर तय वेट से अधिक वजन का पाया जाता है, तो उसे जुर्माना देना पड़ता है और फाइटर के पर्सेंटेज का हिस्सा काट लिया जाता है।
- कुल वेट कैटेगरी: UFC में पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग वेट क्लास हैं, जिनमें फ्लाइवेट से लेकर हैवीवेट तक शामिल हैं।
UFC में फाइट कैंसलेशन और डिसक्वालिफिकेशन
UFC में कई कारणों से फाइट कैंसिल हो सकती है, या फाइटर को डिसक्वालिफाई किया जा सकता है:
- चोट लगने की स्थिति में फाइट कैंसिल: अगर किसी फाइटर को ट्रेनिंग के दौरान गंभीर चोट लग जाती है, तो फाइट को रीशेड्यूल किया जाता है।
- ड्रग टेस्ट फेल करना: UFC में एंटी-डोपिंग नियम बहुत सख्त हैं। अगर कोई फाइटर प्रतिबंधित दवाओं का सेवन करता पाया जाता है, तो उसे फाइट से हटा दिया जाता है।
- बार-बार नियमों का उल्लंघन: अगर कोई फाइटर लगातार फाउल मूव्स करता है, तो उसे डिसक्वालिफाई कर दिया जाता है।
UFC में टाइटल बेल्ट जीतने और डिफेंड करने के नियम
UFC में टाइटल बेल्ट जीतना किसी भी फाइटर के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि होती है। लेकिन इसे जीतना और बरकरार रखना आसान नहीं होता:
- टाइटल शॉट मिलने के नियम: टाइटल फाइट का मौका पाने के लिए फाइटर को लगातार कई मुकाबले जीतने पड़ते हैं और रैंकिंग में ऊपर आना पड़ता है।
- बेल्ट डिफेंड करने के नियम: चैंपियन को अपनी बेल्ट को डिफेंड करना पड़ता है, और अगर वह एक तय समय के अंदर फाइट नहीं करता, तो बेल्ट को वैकेंट घोषित कर दिया जाता है।
- इंटरिम चैंपियनशिप: अगर कोई चैंपियन लंबे समय तक फाइट नहीं करता, तो UFC एक इंटरिम चैंपियन तय करता है, जो बाद में असली चैंपियन से भिड़ता है।
UFC की चैंपियनशिप बेल्ट के नियम पढ़े
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